आखिर क्यों भारत विदेश से इतना पीछे है
भारत के विकास के कुछ कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- आर्थिक असमानता: भारत एक विशाल देश है जिसमें आर्थिक असमानता अधिक होती है। देश के अधिकांश जनसंख्या की आर्थिक स्थिति अधिक खराब होती है और इसलिए विकास के कुछ क्षेत्रों में विशेषज्ञता और निवेश की कमी होती है।
- जनसंख्या: भारत दुनिया का सबसे बड़ा जनसंख्या वाला देश है, जो अपनी संसाधनों को प्रबंधित करने में कठिनाई प्रदान करता है। बढ़ती जनसंख्या भारत की अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं पर दबाव बनाती है।
- शिक्षा और नौकरी के अभाव: भारत के अनेक इलाकों में शिक्षा एक मुश्किल क्षेत्र है। बढ़ती जनसंख्या के कारण, बढ़ते आर्थिक असमानता के बीच, नौकरियों की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति होती है।
- राजनीतिक उतार-चढ़ाव: भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जिसकी राजनीतिक स्थिति काफी उतार-चढ़ाव वाली होती है।
#1.
आर्थिक असमानता भारत के विकास के लिए एक मुख्य कारण है। इससे अधिकांश जनसंख्या आर्थिक रूप से कमजोर होती है और उन्हें उच्च स्तर की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और व्यवसायिक मौके नहीं मिल पाते हैं। साथ ही, यह भी एक मुख्य कारण है कि भारत में निवेश और विशेषज्ञता कम होती है। इससे अधिकांश उद्यम विकास के लिए निर्माताओं को सही रूप से प्रबंधित करने में कठिनाई होती है, जिससे उन्हें बाजार में कम उत्पादकता और कम लाभ का सामना करना पड़ता है।
इससे भारत के विभिन्न क्षेत्रों में विकास में असमानता भी होती है। कुछ शहरों और राज्यों में आर्थिक रूप से सुधार होता है जबकि कुछ अन्य राज्यों में आर्थिक स्थिति अधिक खराब होती है। इससे विकास की गति विभिन्न होती है और देश के विकास में उन्नति नहीं हो पाती है।
#2.
जनसंख्या भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है। इसके कारण देश के संसाधनों की प्रबंधन में कई चुनौतियां आती हैं। बढ़ती जनसंख्या अधिकांश लोगों की जीवनाश्रय, भोजन, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा सेवाएं पर दबाव बनाती है। इसलिए, अपनी जनसंख्या को नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती है।
भारत सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें शामिल हैं, परिवार नियोजन, जन्म नियंत्रण, शिक्षा, संचार और समाज सुधार जैसे कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्रम। इन योजनाओं के द्वारा, सरकार स्वास्थ्य एवं संशोधन उपकरणों के आवागमन, स्वस्थ आहार, सुरक्षित जल संसाधन और जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता को बढ़ाने में मदद करती है।
इसके अलावा, सरकार द्वारा शुरू की गई कुछ अन्य योजनाएं भी हैं,
#3. हाँ, शिक्षा और नौकरियों की अभाविता भारत के विकास में बड़ी बाधा है। भारत में शिक्षा का स्तर विभिन्न होता है और कुछ इलाकों में उच्च शिक्षा की सुविधाएं नहीं होती हैं। अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है, जहां नौकरियों की कमी होती है और लोग अपने परिवारों का पालन-पोषण करने के लिए किसी न किसी तरह से जुट जाने की कोशिश करते हैं। इससे भारत में बेरोजगारी की समस्या होती है और कुछ सेक्टरों में अधिक दक्षता की आवश्यकता होती है। इससे बढ़ती जनसंख्या और आर्थिक असमानता के बीच अधिक जटिलताएं उत्पन्न होती हैं जो विकास के मार्ग को रोकती हैं।
#4.
भारत एक बहुमत लोकतांत्रिक देश है जिसकी राजनीतिक स्थिति कभी-कभी उतार-चढ़ाव वाली होती है। देश में विभिन्न राजनीतिक दल हैं और चुनावों में उनके बीच कड़ी टक्कर होती है। इससे नियंत्रण और स्थिरता की कमी हो सकती है जो देश के विकास को प्रभावित करती है।
देश में अक्सर राजनीतिक विवाद होते हैं जैसे कि धर्म, जाति, भाषा आदि से संबंधित मुद्दों पर। ये विवाद देश में दंगों और उपद्रवों का कारण बन सकते हैं जो देश के विकास को रोकते हैं।